सारी थकान मिट गयी, मन हल्का सा हो गया फिर क्या था, मैं भी उनके नीली आँखों में खो गया। सारी थकान मिट गयी, मन हल्का सा हो गया फिर क्या था, मैं भी उनके नीली आँखों में...
खींची है तेरी चोटी, आज भी कह कर चिढ़ता हूँ मैं तुझको मोटी खींची है तेरी चोटी, आज भी कह कर चिढ़ता हूँ मैं तुझको मोटी
इस मोम के महल को अब आग तू लगा दे। दुनिया भरी जफा से हमको जफा सिखा दे। इस मोम के महल को अब आग तू लगा दे। दुनिया भरी जफा से हमको जफा सिखा दे।
हर मंज़िल पे रास्ता पक्का नहीं होता। हर मंज़िल पे रास्ता पक्का नहीं होता।
जो ज़बां न कह पाई, आँखों ने बोल दिया। जो ज़बां न कह पाई, आँखों ने बोल दिया।
सच्चे मन से अपनाकर अच्छाई को सब के प्यारे बनना बहुत मुश्किल है। सच्चे मन से अपनाकर अच्छाई को सब के प्यारे बनना बहुत मुश्किल है।